दीदी की पाती सुनामी लहरे ….

कैसे हैं आप सब ? बारिश के मौसम का मजा ले रहे हैं ? आप लोग आज कल एक नाम सुनते होंगे सुनामी ..हम भारतीय लोग सुनाम प्राप्त करने के लिए सु कार्य करते हैं मतलब की अच्छा नाम हो ऐसे काम करते हैं ग़लत कम करने वाले की सुनामी नही बदनामी होती है लेकिन जब समुन्दर की लहरों के साथ सुनामी जुड़ जाए तो वह बदनामी से भी बुरी हो जाती है सुनामी लहरों से सभी डरते हैं क्यूंकि वह जन धन को बहुत नुकसान पहुंचाती है

जी हाँ सुनामी हिन्दी भाषा का शब्द नही है यह जापानी शब्द है इस में सु का अर्थ बंदरगाह और नामी का अर्थ लहर होता है इस को अंग्रेजी में हार्बर वेव कहा जाता है हिन्दी में तो इन्हे मौत की लहरें कहा जाना उचित है

दिसम्बर २००४ के आखरी सप्ताह में हिंद महासागर में सुनामो लहरे उठी थी और भारत ,श्रीलंका ,थाईलैंड और इंडोनेशिया में भारी तूफ़ान और तबाही ले कर आई थी …हजारों लोगो की जान माल का नुकसान हुआ था यह लहरे समुन्दर में भूकंप आने एक कारण उठती है पर कई बार ऐसा नही भी होता है सुनामी आने के अन्य कारण भी है जैसे समुन्दर में हुए भूसख्लन ..उल्का पिंडो का प्रभाव या समुन्द्र में किसी जवालामुखी परिवर्तन के कारण भी सुनामी लहरे तबाही मचा देती हैं
समुन्द्र तट पर रहने वाले इन लहरों के तूफ़ान को अक्सर झेलते हैं दिसम्बर २००४ के भारी नुकसान के बाद २६ देशो का एक नेटवर्क बनया गया है जो समुंदरी दबाब में हो रहे किसी भी परिवर्तन और ज्वारीय तरंगो की सूचना एक दूसरे देश को देंगे ताकि इस से बचने के उपाय किए जा सके

तो कैसी लगी आपको यह जानकारी बाकी अगली पाती में

आपकी दीदी

रंजू

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